बाइक में अगर Tubeless टायर है तो जानें ये पांच बातें, किसी भी कार या बाइक की परफॉर्मेंस में टायर की भूमिका भी अहम होती है। अच्छे टायर सेफ्टी, माइलेज एवं व्हीकल की लंबी लाइफ के लिए जरूरी होते हैं। इन दिनों ट्यूबलेस टायर का चलन बढ़ गया है
यदि आपके बाइक में भी ट्यूबलेस टायर है तो इन 5 बातों का ध्यान रखें।
n
n
n
n
n
n
ट्यूबलेस टायर में अलग से रबड़ की ट्यूब नहीं होती हैं, जो एयर के प्रेशर को बनाए रखती है। इस टायर में कंप्रेस्ड एयर के लिए एक ही चैंबर होता है।
n
n
n
यह टायर कम घर्षण का अनुभव करता है। इसलिए लंबी दूरी पर व्हीकल चलने से भी टायर ठंडा ही रहता है।
n
n
n
ट्यूबलेस टायर का वजन कम होता हैं, इसलिए इसमें ईंधन की खपत भी कम होती है। साथ ही व्हीकल हल्का लगता है. तो उसे हैंडल करना भी आसान होता है।
n
n
n
इस तरह के टायर के लिए आप सीलेंट का प्रयोग कर सकते हैं यानी छोटा पंक्चर होने पर आप स्वयं ही टायर को ठीक कर सकते हैं। इससे आप अचानक से परेशानी में नहीं पड़ेंगे।
n
n
n
ट्यूब वाला टायर जब पंक्चर होता है। तो वह तुरंत अपनी हवा को निकाल देता है. जिससे कुछ दूर तक भी व्हीकल चलाना संभव नहीं हो पाता है लेकिन ट्यूबलेस टायर में हवा धीरे-धीरे कम होती है और आप सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकते हैं।