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मेरठ में 16 साल की लड़की से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। लड़की मेरठ के लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र की रहने वाली है। जहां लड़की का सगा ताऊ पढ़ाने-सिखाने के लिए अपने घर ले गया था। नाबालिग से उसी के ताऊ का बेटा 5 माह से डरा धमकाकर रेप कर रहा था। पीड़िता की हालत बिगड़ी तो उसे डॉक्टर के पास ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने बताया की की किशोरी 5 माह की गर्भवती है। जिसके बाद आरोपी युवक से लड़की का निकाह भी करा दिया। लेकिन उसके बाद आरोपी युवक अपनी चचेरी बहन को घर छोड़ गया।
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यह है पूरा मामला
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लिसाड़ीगेट क्षेत्र के एक कालोनी निवासी 16 साल की लड़की अपने परिवार के साथ रह रही है। लड़की की मां ने बताया कि एक साल पहले लड़की को उसका ताऊ खरखौदा क्षेत्र के गांव में अपने घर ले गया था। जिसमें कहा गया था यह भी मेरी बेटी की तरह है और मदरसे में उर्दू सीख लेगी। 5 माह से लड़की का तहेरा भाई जबरन रेप करता रहा। अब लड़की की हालत बिगड़ी तो उसे एक डॉक्टर के पास जे लाया गया। जहां डॉक्टर ने बताया की लड़की पांच माह की गर्भवती है। जिसके बाद आरोपी परिवार लड़की को लड़की के घर छोड़ गया।
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लड़की की मां ने पूछा सब ठीक तो है
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लड़की की मां ने बताया की जब आरोपी परिवार हमारी बेटी को घर छोड़कर गया तो मैंने पूछा क्या हुआ। जिसके बाद आरोपी युवक की मां ने बताया की मेरा बेटे ने एक दिन लड़की के साथ गलत नियत से छेड़छाड़ कर दी। जिसके बाद पीड़िता की मां ने पूछा तो उसे समझाया नहीं। इस पर आरोपी परिवार ने कहा की लड़की अपने ही घर ठीक है।
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डरती हुई मां से बोली मेरे साथ गलत काम किया
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पीड़िता की मां ने बताया की जब बेटी परेशान रहने लगी तो उसे हमने भी डॉक्टर को दिखाया। जहां डॉक्टर ने बताया की किशोरी गर्भवती है। इस पर लड़की की मां ने बेटी से पूछा की क्या हुआ। लड़की ने अपनी मां को डरते हुए बताया की ताऊ का बेटे ने मेरे साथ कमरे में गलत काम किया। जब घर पर कोई नहीं होता था तो वह मेरे साथ गलत काम करता था। मना करने पर मारने की धमकी देता था।
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घर की इज्जत के लिए निकाह
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लड़की के परिवार ने जब इस मामले में पुलिस से शिकायत की तो लड़की के ताऊ ने कहा की यह घर की इज्तत का मामला है। इसमें मामला घर में ही निपटारा करा दिया जाए। दस दिन पहले आरोपी तहरे भाई से किशोरी का निकाह करा दिया। जिसमें दोनों परिवार के लोग मौजूद हुए। लेकिन अब आरोपी युवक ने किशोरी को साथ रखने से मना कर दिया। जिसके बाद किशोरी के परिवार ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजकर इंसाफ की मांग की है।