केंद्र से मांगी एक करोड़ मच्छरदानी: भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में डेंगू के मरीज ज्यादा

भोपाल. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी उपाय किए गए हैं। रोकथाम के उपायों को अमल में लाने के लिये नागरिकों को जागरूक किया जा रहा है। वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में वर्षाजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए किए गए इंतजामों की जानकारी दे रहे थे। प्रभुराम ने मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी एन्सेफेलाइटिस बीमारियों की रोकथाम के लिए टास्क फोर्स कमेटी की बैठक में रणनीति तैयार करने, जागरूकता बढ़ाने के प्रयासों की जानकारी भी दी। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय से एक करोड़ मच्छरदानी उपलब्ध कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों पर नियंत्रण पाया गया है। मलेरिया के इस वर्ष मिले 700 प्रकरण में ज्यादातर केस बालाघाट जिले से हैं। मलेरिया की रोकथाम पर फोकस किया जा रहा है। जनवरी से मई तक 37.20 लाख मरीजों की जांच की गई।

nn

232 रोगी वायवेक्स मलेरिया, 529 फेल्सीपेरम मलेरिया के पाए गए। डेंगू की 8155 जांच में 325 प्रकरण पॉजिटिव रिपोर्ट हुए। चिकनगुनिया की 1357 जांच में 117 प्रकरण पॉजिटिव पाए गए। इसी तरह डेंगू से प्रभावित जिलों में भोपाल, विदिशा, ग्वालियर, जबलपुर और इंदौर शामिल हैं।

Leave a Comment