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फिर चढ़ने लगे गेहूं के भाव, एक सप्ताह में ₹400 प्रति क्विंटल तक हुआ महंगा, अच्छी क्वालिटी वाले गेहूं के स्टॉक से बढ़ रही कीमतें

फिर चढ़ने लगे गेहूं के भाव, एक सप्ताह में ₹400 प्रति क्विंटल तक हुआ महंगा, अच्छी क्वालिटी वाले गेहूं के स्टॉक से बढ़ रही कीमतें
 
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नई दिल्ली: देश भर की बोक मंडियों में एक बार फिर गेहूं की कीमतों में तेजी शुरू हो गई है। कारोबारियों के मुताबिक एक सप्ताह में ही गेहूं के भाव में 400 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है और आगे भाव और बढ़ सकते हैं. उन्होंने आशंका जताई कि अगर केंद्र सरकार खुले बाजार में गेहूं बेचने की योजना नहीं लाती है तो कीमत 2600 रुपये प्रति क्विंटल तक जा सकती है।

कारोबारियों ने बताया कि गेहूं के महंगा होने का कारण आवक कमजोर होने के साथ ही कम दामों पर खरीद का बढ़ना है. मई 2023 में मंडियों में गेहूं की आवक 40 फीसदी कमजोर हुई है। इससे सप्ताह भर में भाव 2,030 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़कर 2350-2400 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। व्यापारियों ने कहा, आटा मिलों और अन्य खरीदारों ने 2,100 से 2,200 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद की है। इसके साथ ही किसान अच्छी गुणवत्ता का गेहूं अपने पास रख रहे हैं, जिससे अब गेहूं के दाम बढ़ रहे हैं।

मूंग का रकबा इतना बढ़ गया है

इस साल मूंग का रकबा 14.27 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया। पिछले साल यह आंकड़ा 12.84 लाख हेक्टेयर था। पिछले साल के मुकाबले इस साल 11 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। रबी सीजन में मूंग की बुआई 6.76 लाख हेक्टेयर में हुई थी। वहीं गर्मी के मौसम की दूसरी प्रमुख दलहनी फसल उड़द की बुवाई 3.08 लाख हेक्टेयर में की गई है। रबी सीजन में उड़द की बुवाई 7.78 लाख हेक्टेयर में हुई थी। जो पिछले सीजन से 5% कम था।

दालों की महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है।

लोगों को दालों की महंगाई से राहत मिल सकती है, क्योंकि गर्मी के मौसम में दालों की बुवाई बढ़ गई है। मूंग की बुवाई बढ़ने से इसका उत्पादन 10 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। केंद्र सरकार के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 20023 के ग्रीष्म ऋतु में दलहन की बुवाई में 8.3% की वृद्धि हुई।

कीमत कहां तक जाएगी...

  1. गेहूं व्यापारियों को गेहूं के भाव ₹2600 प्रति क्विंटल तक जाने की आशंका है
  2. मंडियों में गेहूं की आवक 35% से 40% तक कमजोर हुई, जिससे कीमतों में तेजी आई।
  3. सरकार ने देश में अब तक 2.65 करोड़ टन गेहूं की खरीद की है
  4. कारोबारियों का अनुमान है कि इस साल गेहूं का उत्पादन 10.5 करोड़ टन से कम रहेगा