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Anti Evasion Bureau की कार्रवाई: हार्डवेयर फर्म मेसर्स राजपाल ट्रेडर्स में एंटी इवेजन ब्यूरो की टीम ने छापामार कार्रवाई कर 56 लाख 71 हजार की टैक्स चोरी पकड़ी
 

 
Anti Evasion Bureau

स्टेट टैक्स एंटी इवेशन ब्यूरो (State Tax Anti Evasion Bureau) की टीम ने शहर की प्रतिष्ठित हार्डवेयर फर्म मेसर्स राजपाल ट्रेडर्स पर छापा मारा। इस दौरान 56 लाख 71 हजार रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई। लंबी जांच के बाद प्रतिष्ठान के संचालक ने कर चोरी स्वीकार करते हुए सात लाख 38 हजार रुपये जमा करा दिये हैं. शेष राशि फर्म द्वारा किश्तों में जमा करायी जायेगी।

स्टॉक और रजिस्टर में अंतर पाया गया

विभाग के प्रदेश कार्यालय इंदौर से प्राप्त निर्देश पर सतना एईबी के मुख्य संयुक्त आयुक्त गणेश सिंह कंवर, सहायक आयुक्त अभिनव त्रिपाठी एवं राजीव गोयल के मार्गदर्शन में बुधवार सुबह संयुक्त छापेमारी शुरू की गयी. छापेमारी में पता चला कि स्टॉक और स्टॉक रजिस्टर में काफी अंतर था.

फर्म एल्यूमीनियम पाइप, शीट, एंगल्स के साथ-साथ प्लाईवुड में भी काम करती है। फरवरी 2021 में काफी पुरानी फर्म राजपाल ट्रेडर्स का जीएसटी नंबर रद्द कर दिया गया। इसके बाद फर्म के निदेशक निखिल राजपाल ने पुराने नंबर को दोबारा शुरू करने की बजाय नया नंबर ले लिया और उसी नाम से पुराना कारोबार करने लगे।

जांच में गड़बड़ी पाई गई

ब्यूरो ने अपने स्तर पर फर्म के डाटा की जांच की तो फर्म अपने रिटर्न में वास्तविक आपूर्ति नहीं दिखा रही थी। गहन जांच और स्टॉक मिलान के बाद गुरुवार को छापेमारी बंद कर दी गई। इसके बाद एईबी की ओर से दोनों फर्मों को मिलाकर 56.71 लाख की कर चोरी का नोटिस जारी किया गया।

फर्म संचालक द्वारा कर अपवंचन तो स्वीकार कर लिया गया, लेकिन कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए एक बार में पूरी राशि जमा करने में असमर्थता जताई। हालांकि फर्म ने 7 लाख 37 हजार 836 रुपए जमा करा दिए हैं। शेष राशि भी नियमानुसार जमा कराने का आश्वासन दिया है।

इनका यह मानना है 

राजपाल ट्रेडर्स फर्म में हुई जांच में 56.71 लाख रुपए की टैक्स चोरी पकड़ी गई है। इसके अलावा इस राशि में नियमानुसार जुर्माना व जुर्माना भी लगाया जाएगा। व्यवसायी द्वारा कर राशि के रूप में 7.38 लाख रुपये जमा कराये गये. शेष राशि आगे जमा की जाएगी।-गणेश सिंह कवार, संयुक्त आयुक्त एईबी सतना