Rewa News: चीन में मृत मेडिकल छात्रा साक्षी सिंह का शव लाने में अभी भी लगेगा समय, छात्रा का 18 के बाद आएगा शव, दूतावास की कार्रवाई अभी अधूरी

रीवा. चीन में मृत मेडिकल छात्रा साक्षी सिंह का शव लाने में अभी वक्त लगेगा। चीन में भारतीय दूतावास की औपचारिक कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई है। ऐसे में शव 18 मई को वहां से भेजा जाएगा। शहर के अरुण नगर मोहल्ले की निवासी शैलेश सिंह की पुत्री साक्षी सिंह का बीते पांच मई को चीन में हार्टअटैक से निधन हो गया है। वह मेडिकल की पढ़ाई के लिए वहां गई थी तबीयत खराब होने के चलते अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई है। तब से लेकर अब तक परिवार के लोग पार्थिव शरीर रीवा लाए जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस मामले में प्रदेश सरकार ने भी मदद की है। गत दिवस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में मामला आया तो उन्होंने अधिकारियों को इसकी व्यवस्था के निर्देश दिए।
मेडिकल छात्रा साक्षी की बहन तनुश्री भी चीन के दूसरे शहर में रह रही है। वह भारतीय दूतावास के अधिकारियों के संपर्क में है और औपचारिक प्रक्रियाएं पूरी कर रही है। पहले कहा गया था कि सीन से चार दिन लगेंगे। अब जानकारी दी गई है जाएगा और 19 को दिल्ली पहुंचेगा। इसके बाद रीवा तक लाए जाने की अलग व्यवस्था की जाएगी। मध्यप्रदेश सरकार ने इसके लिए 20 लाख रुपए का भुगतान भी भारतीय दूतावास को भेज दिया है। अब वहां पर चीन सरकार की एनओसी लिए जाने की प्रक्रिया चल रही है। वहां स्थानीय अवकाश की वजह से प्रक्रिया आगे बढ़ी है।
दूतावास के नजदीक रखा है शवः मेडिकल छात्रा की मौत लूझो शहर में हुई थी। अब दूतावास ने उसका पार्थिव शरीर रीवा भिजवाने की प्रक्रिया शुरू की है तो उस शहर से मंगवाकर वानझाऊ में दूतावास के नजदीक ही रखा गया है, ताकि प्लेन लेने में कठिनाई नहीं हो। मौत के बाद छात्रा के पिता शैलेश सिंह ने इच्छा जाहिर की थी कि अंतिम संस्कार अपने गृहग्राम कुठिला त्योंथर में कराना चाहते हैं। इसलिए सरकार से पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए सरकार से अपील की थी। मुख्यमंत्री तक जानकारी पहुंचने के बाद उन्होंने शव गृहग्राम तक भिजवाने में पूरी मदद करने का आश्वासन देते हुए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी है।
सदमे से नहीं उबर पा रहा परिवार
चीन में बेटी के निधन की खबर पाते ही रीवा में शैलेश सिंह के परिवार को गहरा सदमा लगा है। इस परिवार के लिए हर दिन काटना मुश्किल हो रहा है। एक बेटी का निधन हो चुका है और उसका शव तक नहीं देख पाए और दूसरी बेटी उसे रीवा लाने के लिए लगातार भटक रही है। इस घटना के बाद लोग परिवार को ढाढ़स बंधा रहे हैं।