Kuno National Park: टास्क फोर्स की बैठक में होगा अंतिम निर्णय, अगले हफ्ते खुले जंगल में छोड़े जा सकते हैं दो चीते, प्रबंधन कर रहा तैयारी

सतना न्यूज़ मीडिया | श्योपुर. कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़ों में रह रहे शेष नामीबिया चीतों को भी खुले जंगल में छोड़ने की तैयारी है। हालांकि अंतिम निर्णय चीता टास्क फोर्स की बैठक में होगा, लेकिन बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह दो मादा चीतों छोड़ा जा सकता है। आठ नामीबियाई चीतों में से एक की मौत 17 सितंबर को हो गई थी। तीन चीते खुले जंगल में हैं। चार बड़े बाड़े में हैं। इनमें से दो मादा चीतों को छोड़जाएगा। 11वें दिन लौटी आशा : पिछले 10 दिन से कूनो नेशनल पार्क की सीमा से बाहर घूम रही चीता आशा 11वें दिन कूनो पार्क की सीमा में लौट आई। वह 25 अप्रेल को विजयपुर क्षेत्र के जंगल में पहुंची थी।
26 अप्रैल को श्योपुर- शिवपुरी सीमा तक पहुंच गई, लेकिन लौटकर एक सप्ताह से ज्यादा समय तक विजयपुर पश्चिम रेंज के जंगल में रही। अब बीती रात ये कूनो पार्क की सीमा में आ गई। पार्क प्रबंधन गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। देश में चीता प्रोजेक्ट के सात माह बाद कूनो प्रबंधन ने छह मिनट की डॉक्यूमेंट्री बनवाई है। इसमें प्रोजेक्ट को प्रदर्शित किया गया है। 30 अप्रेल को यूट्यूब पर रिलीज डॉक्टयूमेंट्री को 57 हजार लोग इसे देख चुके हैं। मादा चीता आशा कूनो नेशनल पार्क की सीमा में वापस आ गई है। वहीं कुछ चीतों को खुले जंगल में छोड़ने का प्लान है। इसे लेकर चीता टास्क फोर्स की बैठक में निर्णय होगा। पीके वर्मा, डीएफओ कूनो नेशनल पार्क