मौसम का पूर्वानुमान : इस माह 94 से 106 फीसदी तक हो सकती है देश में बारिश, जुलाई में ‘सामान्य’ मानसून के आसार

मौसम विभाग : 280 मिमी रहेगी औसत बारिश

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नई दिल्ली. देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून छा गया है, लेकिन जून में सामान्य से कम बरसात हुई। जुलाई में मानसून की बारिश सामान्य रहने का पूर्वानुमान हैं, जबकि मानसून के दौरान सर्वाधिक बारिश जुलाई में ही होती है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने शुक्रवार को जुलाई का मौसम पूर्वानुमान जारी. करते हुए बताया कि जुलाई में दीर्घकालीन औसत के मुताबिक 94 से 106 प्रतिशत तक बारिश हो सकती है। इस महीने के दीर्घकालीन औसत 280.4 मिलीमीटर है।

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राजस्थान में ऐसा रहेगा मानसून

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इस साल मध्य भारत, आसपास के दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्रों, पूर्वी, पूर्वोत्तर व उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों मैं सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश की सम्भावना है। उत्तर- पश्चिम, उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण-पूर्व प्रायद्वीपीय क्षेत्रों में बारिश सामान्य से कम होगी। राजस्थान में कहीं कम तो कहीं सामान्य बारिश के आसार हैं। जुलाई में यहां सामान्य से कम बारिश के आसार हैं। मध्यप्रदेश में कुछेक स्थानों को छोड़कर बारिश का औसत सामान्य या सामान्य से कुछ अधिक रहेगा। 

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तापमान सामान्य से ज्यादा

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जुलाई के महीने में देश में उत्तर-पश्चिम व प्रायद्वीपीय भारत के कुछ इलाकों को छोड़कर अधिकतम तापमान सामान्य या सामान्य से अधिक रहने की सम्भावना है। इसी तरह उत्तर पश्चिम भारत के कुछ इलाकों के अलावा सभी • जगह न्यूनतम तापमान भी सामान्य या सामान्य से अधिक रहेगा। जून के महीने में राजस्थान, पंजाब, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार. व पश्चिम बंगाल में तापमान सामान्य से 4.4 डि.से. ज्यादा रहा था। समूचा पूर्वी भारत इस साल भीषण लू की चपेट में रहा। बिहार में तो सर्वाधिक 19 दिन लू चली। 

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मध्य भारत में अब तक सामान्य से 10% कम बारिश, दक्षिण भारत में सामान्य से 45% कम रही, उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य से 42% अधिक 

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बिपरजॉय जून में तूफान ने रोकी रफ्तार

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भीषण तूफान बिपरजॉय के अब तक के सर्वाधिक 19 दिन के प्रभाव, अल नीनी व कम दबाव के क्षेत्र बनने जैसे कारणों से जून के महीने में कम बारिश हुई। मध्य भारत में सामान्य 165.5 मिमी की बजाय 148.6 यानी 10 फीसदी कम बारिश हुई। इसी तरह पूर्वी व उत्तर पूर्वी भारत में सामान्य से 18 व दक्षिण भारत में सामान्य से 45 फीसदी कम बारिश हुई। सिर्फ देश के उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 42 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। इस इलाके में सामान्यतः जून में 78.1 मिमी बारिश होती है, जबकि इस साल 111.1 मिमी पानी बरस गया।

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